सीवान के सभी पार्टी कार्यालयों में छाई है विरानी
परवेज़ अख्तर/सिवान:
चुनाव आयोग द्वारा बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की घोषणा शुक्रवार की दोपहर की गई। जैसे ही चुनाव आयोग द्वारा तिथि की घोषणा की गई वैसे ही भावी प्रत्याशियों में काफी बेचैनी बढ़ गई। जिले के सभी नेता व जनप्रतिनिधि जो इस विधानसभा चुनाव में अपने को भावी प्रत्याशी बता रहे थे।वे अब पटना के तरफ अपना रुख अख्तियार कर लिए हैं।जो किसी कारण से शुक्रवार की देर रात तक नहीं निकल पाए वे अपने – अपने वाहनों से पटना का रुख शनिवार को कर लिया। इधर शनिवार को जिले में एक भी नेता ऐसा नहीं देखने को मिला जो जिले में ठहरा हो। इनके अचानक राजधानी की तरफ रुख करने से पार्टी कार्यालय में भी वीरानगी देखने को मिली।गठबंधन और महागठबंधन की सभी पार्टियों के कार्यालय में सन्नाटा देखने को मिला।
जिले के आठों विधानसभा के विधायकों की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि सभी पटना में अपने अपने नेताओं के समक्ष दावेदारी को मजबूत करने के लिए जुटे हुए हैं और फिलहाल वे तब तक वापसी नहीं करेंगे जब तक उनका टिकट सुनिश्चित नहीं कर दिया जाता है। शहर के महादेवा रोड में स्थित जदयू जिला कार्यालय में जहां कुर्सियां खाली पड़ी हुई थीं, वहीं राजद जिला कार्यालय व्हाइट हाउस के मुख्य गेट में ताला लटक रहा था। यहीं नहीं चांप स्थित भाजपा जिला कार्यालय व शहर के खुरमाबाद स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय में भी सन्नाटा पसरा रहा। बता दें कि जिले में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र है। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। जिले के आठ विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को मतगणना होगी। इसके लिए नौ से 16 अक्टूबर तक नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 17 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच तथा 19 अक्टूबर तक नाम वापस लेने की आखरी तारीख है।