तरवारा के काजीटोला गांव में कब्रिस्तान की घेराबंदी को लेकर एक आपात बैठक सम्प्पन्न

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ग्रामीणों ने कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं होने के कारण जनप्रतिनिधि का होगा बहिष्कार

परवेज़ अख्तर/सिवान:
जिले के पचरुखी प्रखंड के तरवारा कब्रिस्तान की घेराबंदी और अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर मुस्लिम  समुदाय में सरकार व उनके जनप्रतिनिधि के प्रति बड़े पैमाने पर आक्रोश है। शनिवार को काजीटोला गांव में इसी पंचायत के पूर्व मुखिया सह समाजसेवी प्रत्याशी रहमतुल्ला अंसारी के अध्यक्षता में मुस्लिम समुदाय के लोगों की एक आपात बैठक संपन्न हुई। बैठक के पश्चात लोगों ने यह संकल्प लिया की इस बार के चुनाव में सरकार और उनके जनप्रतिनिधि का बहिष्कार पूर्ण रूप से किया जाएगा। लोगों का कहना था कि अल्पसंख्यकों की राग अलापने वाली सुशासन बाबू की सरकार में 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी कब्रिस्तान की घेराबंदी व अतिक्रमण मुक्त नहीं हो सका। सरकार के जनप्रतिनिधि के द्वारा कई वर्षों से इस ज्वलंत समस्या के मुद्दे को लेकर सिर्फ आश्वासन देकर टरका दी गई। लोगों का कहना था कि स्थानीय अंचल प्रशासन को कई बार इस निदान के लिए लिखित आवेदन भी दी गई परंतु अंचल प्रशासन से भी सिर्फ आश्वासन ही हाथ लगी।

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बहरहाल चाहे जो हो उक्त कब्रिस्तान की घेराबंदी न होने से काजीटोला तथा तरवारा बाजार के लोगों में सरकार व उनके जनप्रतिनिधि के प्रति काफी आक्रोश है। तरवारा पंचायत के पूर्व मुखिया प्रत्याशी रहमतुल्ला अंसारी ने बताया कि जब मामला विधानसभा में पहुंचा तो बिहार सरकार ने गृह सचिव को तलब किया था। गृह सचिव ने सिवान जिला पदाधिकारी से कब्रिस्तान की अतिक्रमण को लेकर जांच का आदेश दिया। उसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर जी.बी नगर थाना व पचरुखी अंचलाधिकारी ने कब्रिस्तान का निरीक्षण किया और कब्रिस्तान की पैमाइश भी कराया। यही नहीं कब्रिस्तान जाने का जो मुख्य रास्ता था उस पर स्थानीय जदयू विधायक श्री श्याम बहादुर सिंह के द्वारा पूलिया बनाकर उस रास्ते को अवरुद्ध कर दिया गया है। जिसके चलते लोगों को कब्रिस्तान आने जाने में काफी कठिनाई हो रही है। पश्चिम की तरफ से भूमाफियाओं द्वारा कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा कर लिया है।

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स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के उदासीनता के कारण आज तक कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं हो सकी। श्री रहमतुल्ला अंसारी ने कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी को लेकर जब स्थानीय विधायक से पूछा गया तो उनका कहना है कि यह काम मेरा नहीं है। जिसको लेकर लोगों में और काफी नाराजगी है। उनके द्वारा कई बार आश्वासन दिया गया था कि कब्रिस्तान की घेराबंदी बहुत जल्द करा दी जाएगी। लेकिन चुनाव से पूर्व इस तरह की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ना लोगों को नागवार लग रहा है। जिसको लेकर काजीटोला व  तरवारा बाजार के अल्पसंख्यकों में भी सरकार के प्रति काफी आक्रोश है।

मुस्लिम समुदाय के लोगो को काफी उम्मीद थी पर लोगों के उम्मीद पर अब पानी फिर गया। लोगों का कहना है इस बार के चुनाव में हम वर्तमान सरकार और उनके जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार करेंगे। मौके पर मोहम्मद अमीरउल्लाह ,मोहम्मद सेराज अंसारी, मोहम्मद नसरुद्दीन,असगर अली ,अली हसन अंसारी , इमाम उल हक, मोहम्मद आजाद अली ,आमिर हैदर , आजाद खान, मोहम्मद शमीम , मरगूब सईद बाबू , मोहम्मद अंसारी, इस्लाम अंसारी , यूनुस बाबू , ईश मोहम्मद अंसारी आदि मौजूद थे।