पेपर लीक मामले पर बोले सीएम नीतीश, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई, जांच में तेजी लाने का दिया आदेश

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पटना: BPSC 67th Prelims Paper Leak 67वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा का प्रश्न पत्र एग्जाम शुरू होने से पहले ही लीक हो गया और एग्जाम खत्म होने के पांच घंटे बाद ही परीक्षा रद्द कर दिया गया. इसको लेकर छात्रों में रोष है. वहीं, इस पूरे मामले पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पेपर लीक की सूचना मिलते ही तुरंत एक्शन लेते हुए रद्द किया गया है. उन्होंने कहा कि परीक्षा रविवार 8 मई को 12 बजे से थी, फिर पहले कोई कैसे लीक कर दिया? इसकी जांच होगी.

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सीएम ने कहा कि पेपर लीक की सूचना पर तत्काल रविवार की शाम को ही जांच का आदेश दे दिया गया था. अब मामला पुलिस को हैंडओवर किया गया है. साथ ही जांच में तेजी लाने को कहा गया है. जिस किसी ने भी पेपर लीक किया है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. नीतीश कुमार ने बताया कि पेपर भेजने को लेकर पहले से गाइडलाइन जारी है. जो पेपर छात्रों के हाथ में जाना था, उसे पहले ही लीक किया गया है तो अब देखना पड़ेगा कि ऐसा कौन किया है. वो जो भी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. नीतीश कुमार सोमवार को पटना में पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे.

आरा में हंगामा के बाद मामला आया सामने

बता दें कि रविवार को 67वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा के लिए राज्य में कई जगहों पर सेंटर बनाए गए थे. इसी क्रम में आरा के एक परीक्षा केंद्र पर हंगामा की खबर आई. शहर के कुंवर सिंह कॉलेज में बीपीएससी का सेंटर था. यहां बिहार के विभिन्न जिलों और अलग-अलग राज्यों से परीक्षार्थी पहुंचे थे, लेकिन केंद्र पर समय से पेपर नहीं मिलने के बाद हंगामा शुरू हो गया. इस दौरान छात्रों ने केवल दो कमरों को बंद करके परीक्षा लेने का आरोप लगाया.

बंद कमरे में दे रहे थे एग्जाम

परीक्षार्थियों ने कहा कि जब उन्हें प्रश्न पत्र नहीं मिला और लेट हुआ तो वे अपने कमरे से बाहर निकले. इसके बाद देखा कि सेंटर पर दो ऐसे कमरे हैं जो बंद हैं, लेकिन वहां परीक्षार्थी बैठे हुए हैं. वो परीक्षा भी दे रहे हैं. इसके बाद यह मामला पूरे राज्य में आग की तरह फैल गई. आनन-फानन में विभाग भी एक्शन में आ गया. परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की, जिसने शाम सात बजे अपना रिपोर्ट सौंप दिया और परीक्षा रद्द कर दी गई.