बारिश का पानी गांवों में प्रवेश कर जाने से जनजीवन प्रभावित

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परवेज अख्तर/सिवान:
पिछले तीन दिनों से हुई बारिश की पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बारिश का पानी गांवों में प्रवेश कर जाने से जनजीवन प्रभावित हो गया हैं। वहीं नदी का भी जलस्तर बढ़ने से लोग चितित नजर आ रहा हैं। लोगों को सब्जी, धान आदि की फसल बर्बाद होने की चिता सताने लगी है। लगातार तीन दिनों हो रही बारिश से बसंतपुर प्रखंड के बैजुबरहोगा पंचायत के वार्ड संख्या आठ, सेरिया के वार्ड संख्या 2 तथा बगहीं के वार्ड संख्या 11 में बारिश का पानी घुसने से सैकड़ों लोग विस्थापित होकर सड़क एवं बांधों पर रहने को मजबूर हैं। ये सभी लोग अपना घर छोड़कर चंवर के किनारे झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। इन वार्डों में दो से तीन फीट पानी घरों में भी घुस गया है। कई लोगों की झोपड़ियां बुरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं। अबतक प्रखंड प्रशासन द्वारा पीड़ितों को किसी प्रकार की कोई मदद नही पहुंचाई जा सकी है।

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जलजमाव के चलते सबसे बड़ी परेशानी लोगों को पेयजल, शौचालय तथा पशुओं के चारा की हो गई है। इसके अलावा पेयजल तिरपाल या प्लास्टिक नहीं मिलने के कारण लोग खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी सहायता नहीं मिल रही है। वहीं सीओ सुनील कुमार ने बताया कि मैं तीनों वार्डों के पीड़ित परिवारों से मिल उनकी स्थिति का जायजा लिया गया है। इनकी सहायता के लिए आपदा प्रबंधन व वरीय पदाधिकारियों से बात की गई है। आदेश मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। दाहा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग चितित :पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से हुसैनगंज में दाहा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग चितित हो गए हैं।

जलस्तर इतना बढ़ गया है कि हुसैनगंज स्थित पुल को छूने में महज दो फीट का अंतराल रह गया है।प्रखंड के बल्ली, हुसैनगंज, गड़ार, सिगही, बघौनी, फाजिलपुर, माहपुर, फरीदपुर आदि गांवों में दाहा नदी का पानी खेतों में प्रवेश कर गया है। इससे किसानों की सब्जी व धान फसल बर्बाद होने लगी है। फाजिलपुर निवासी किसान राजाराम साह ने बताया कि पहले ही बारिश ने बहुत नुकसान पहुंचाया था। इस बारिश में भी मेरे अलावे अन्य किसानों का 10 एकड़ से ज्यादा मूली और पालक की खेती पानी में डूब गया है।

वहीं दूसरी ओर गुठनी के सेलौर स्थित सुधा डेयरी के दुग्ध शीतक केंद्र में चार फीट पानी घुस गया है। बीएमसी संचालक अरुण तिवारी ने बताया कि पिछले चार वर्षों से सेलौर में ही यह केंद्र चल रहा है। इससे 3.5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। वही दूसरी ओर पचरुखी प्रखंड के तरवारा बाजार स्थित साई टोला व बिसाती मोहल्ला के आंशिक हिस्सों में जल जमाव से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। कई घरों में बरसात का गन्दा पानी प्रवेश कर गया है। जिससे लोगों का जीना दुर्लभ हो गया है और महामारी फैलने की आशंका है।