मुजफ्फरपुर: पंचायत चुनाव से छे दिन पहले कांटी में शराब पीने से दो की मौत, 3 वेंटिलेटर पर, बढ़ सकती है संख्या

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मुजफ्फरपुर के कांटी प्रखंड में 15 नवंबर को पंचायत चुनाव होने वाले हैं । उससे पहले शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई है और 2 लोग गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर इलाजरत हैं। बताया जा रहा है कि इनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। चुनाव से ठीक पहले हुई इस घटना से पुलिस की नींद उड़ गई है। डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद और कांटी थाना की पुलिस पूरे इलाके में गहन छानबीन कर रही है। घटना कांटी थाना के सिरसिया गांव की है।

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लोकल मेड शराब पी रहे हैं लोग

ग्रामीणों ने बताया है कि शराब पीने के बाद सिरसिया गांव के 50 वर्षीय अशोक कुमार सिंह की मौत सोमवार को हो गई। जबकि सोमवार की रात में लक्ष्मण राय के 25 वर्षीय बेटे सुमित राय की भी मौत हो गई। दोनों की मौत के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। एक ग्रामीण ने बताया है कि शराब पीकर कई लोग बीमार हैं जिनमें से दो का इलाज एक निजी अस्पताल में कराया जा रहा है। दोनों को डॉक्टर ने वेंटिलेटर पर रखा है। हालांकि उनका इलाज छुपकर कराया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिरसिया गांव के 50 वर्षीय दिलीप राय और 55 वर्षीय सिकील राय को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत बहुत नाजुक नाजुक बताई जा रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि यह सभी लोग लोकल मेड शराब पीने से बीमार हुए और अचानक 2 लोगों की मौत हो गई। कुछ लोग यह भी बता रहे हैं कि शराब पीने वाले कई लोग छुपकर इलाज करा रहे हैं। इसलिए मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

चुनाव में शराब बांटने की मिल रही शिकायत

यह बार-बार शिकायत की जा रही थी कि चुनाव में भारी मात्रा में शराब का वितरण किया जा रहा है ताकि वोट लिया जा सके। इसके पहले भी कई प्रखंडों और थाना क्षेत्रों से शराब बांटने की शिकायतें मिल चुकी है। इस बीच पुलिस और उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में जगह-जगह से शराब जप्त भी किया है। आज भी सकरा में उत्पाद विभाग की छापेमारी में भारी मात्रा में देशी शराब और केमिकल बरामद किए जाने की सूचना है।

डीएसपी ने क्या कहा?

इस मामले में डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद ने बताया है कि मामले की छानबीन की जा रही है। लोगों की मौत किन कारणों से हुई इसका पता लगाने में पुलिस जुट गई है। डीएसपी ने शराब से मौत की पुष्टि नहीं की है। जबकि ग्रामीण शराब पीने से मौत की बात बता रहे हैं।

16 नवम्बर को सीएम करेंगे समीक्षा

बिहार के गोपालगंज, बेतिया और समस्‍तीपुर में जहरीली शराब के कहर बरपाने और 40 मौतों के बाद पुलिस लगातार एक्‍शन मोड में है। इधर, सीएम नीतीश कुमार ने 16 नवम्‍बर को शराबबंदी की सख्‍ती पर समीक्षा बैठक बुलाकर अधिकारियों की टेंशन और बढ़ा दी है। नतीजतन बिहार पुलिस शराब कारोबारियों को ढूंढ-ढूंढ कर गिरफ्तार कर रही है। शराब की अवैध भट्ठ‍ियां तोड़ी जा रही हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मुख्‍यमंत्री की समीक्षा बैठक से पहले अधिकारियों के पास बताने के लिए ठीक-ठाक कार्रवाईयों का ब्‍योरा उपलब्‍ध हो। मुख्‍यमंत्री ने कहा है कि वह एक-एक जिले की समीक्षा करेंगे।

चल रहा सघन अभियान

पिछले 24 घंटे में राज्य के अलग- अलग जिलों में विशेष अभियान चलाकर देसी शराब की 19 भट्ठियों को ध्वस्त किया गया। जहरीली शराब से मौत वाले जिलों मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में सबसे अधिक कार्रवाई हुई है। इन चार जिलों में ही 19 हजार लीटर से अधिक देसी-विदेशी शराब बरामद की गई है। पुलिस टीम ने 749 छापेमारी की, जिसमें 568 लोगों को गिरफ्तार किया गया । इस दौरान 15,246 लीटर विदेशी शराब, 3435 लीटर देसी शराब, 497 लीटर महुआ चुलाई शराब और 500 लीटर स्प्रिट बरामद किया गया है। पुलिस ने 347 मामले दर्ज किए हैं।

सीएम बोले-दोषियों को बख्‍शेंगे नहीं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराबबंदी में खलल डालने वालों को बख्शेंगे नहीं। चाहे वह धंधेबाज हों या फिर अफसर या कर्मचारी। हमने मुख्य सचिव और डीजीपी को एक-एक चीज पर नजर रखने का निर्देश दिया है। किस स्तर पर कौन लापरवाही कर रहा है, यह देखें और कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे 16 नवंबर की समीक्षा बैठक में एक-एक जिले की स्थिति को देखेंगे। सख्त कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी राज्य में चलेगा। लोगों को फिर बताया जाएगा कि आखिर क्यों वे शराब का सेवन करते हैं, यह बहुत ही खराब चीज है।