सदर अस्पताल बना दलालों का अड्डा, आशाओं ने लिया प्रसूता की जान

0

अस्पताल में रहता है दलालों के जमावड़ा, चंद रुपयों के लिए ले ली जाती है जान

प्रसूता की मौत के बाद डॉक्टर ने रिक्शा पर भेजा, सदर अस्पताल

परवेज़ अख्तर/सीवान:- बुधवार को सदर अस्पताल में प्रसव कराने पहुंची एक प्रसूता को आशाओ ने उसे नार्मल बच्चा डिलीवरी कराने का झांसा दे एक निजी अस्पताल में ले गयी. प्रसूता के ससुर मसैयद अंसारी ने बताया कि हम लोग सुबह प्रसव के लिए सदर अस्पताल आये थे.यह आने के बाद हमे दो आशाओं ने कहा कि हम आपका नार्मल डिलेवरी करवा देंगे.जिसके पास डीलेवरी करवाएँगे वो डॉक्टर यही की है.यहाँ आपके बस की बात नही है डिलेवरी करवा लेना.जिसके बाद प्रसूता के ससुर व सास को आशाओं ने डॉक्टर के पास ले कर चले गये.जहा प्रसूता ने नार्मल डिलेवरी के दौरान एक बच्ची को जन्म दिया.जिसके बाद डॉक्टर के कर्मचारियों ने प्रसूता के परिजन से 25 हजार रुपये फीस भी ले लिया.कुछ ही देर बाद महिला को बेल्डिंग भी होने लगी. आनन फानन में डॉक्टर इलाजे के करने लगी. इलाज के दौरान ही जच्चा की मौत हो गयी.लेकीन बच्ची सही सलामत है. डॉक्टर व उनके कर्मचारियों ने आनन फानन में एक निजी एम्बुलेंस के जरिये महिला की शव को ठिकाने लगाने के लिए सास ससुर व कर्मचारियों के साथ भेज दिया.देर शाम करीब 8:30 बजे पोस्टमार्टम हाउस के पास कर्मचारियों व एम्बुलेंस चालक ने मृत महिला व सास,ससुर को रिक्सा में बैठा कर सदर अस्पताल भेज दिया. व फरार हो गये. महिला की पहचान मैरवा थाना क्षेत्र के पतौआ निवासी अब्दुल अंसारी उर्फ मुन्ना अंसारी की पत्नी खुशबू नेशा के रूप में की गयी.इधर मृत महिला के सास व ससुर का रो-रो कर बुरा हॉल हो गया है.वे यह भी नही समझ पा रहे थे कि अब हम क्या करे.

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

mahila

डॉक्टर के कर्मचारियों ने छीना पुर्जा

मृतक के ससुर मसैयद अंसारी ने बताया कि मौत के बाद डॉक्टर के बाद वे लोग लेकर हमलोगों को गाड़ी में घुमाने लगे.जिसके बाद पोस्टमार्टम हाउस के समीप रिक्सा में बैठा कर जबरजस्ती वे लोग मेरा पुर्जा व पहले का भी छीन कर फरार हो गये.

मददगारों ने दिलवाया 11 हजार

सदर अस्पताल में इलाजे करने आये लोगो ने मृत महिला के परीजनो का मददगार बन गये. उन्होंने सदर अस्पताल के समीप एक मार्केट स्थित डॉ. के क्लिनिक पर जाकर जम कर हंगमा किया. और मुआवजे की मांग किया.जिसके बाद डॉ. अपना सारा बोर्ड हटवाया दिया और फरार हो गयी.कुछ ही देर में एक क्रमचारी ने मृतक के ससुर मुसैयद अंसारी को ग्यारह हजार रुपये दिया.

धरती पर आते ही माँ ने छोड़ा साथ

मृत महिला के दो पुत्री व एक पुत्र है .चौथा पुत्री के धरती पर असते ही माँ ने हमेशा के लिए साथ छोड़ चली गयी. मृतिका के सास हकीकन खातून ने सदर अस्पताल में रुई से दुध पिलाकर बच्चे को घर ले गयी.

मोहर्रम के बाद ही गया था मुन्ना

मृत महिला का पति मुन्ना अंसारी मोहर्रम पर्व के बाद ही रोजी-रोटी की तलाश में अपनी पत्नी का इलाज करा कर मुंबई गया था वह हमेशा अपनी पत्नी का हाल-चाल लेता रहता था मौत के 10 मिनट पूर्व ही अपनी पत्नी से बात भी की थी जिसके बाद उसकी पत्नी की मौत हो गई.