- बैंकों का जब से राष्ट्रीयकरण हुआ तब से अभीतक एक सौ 44 प्राइवेट बैंक बंद हो गए। जबकि एक भी सरकारी बैंक बंद नहीं हुआ है
- निजीकरण से आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएगी बैंकिंग सेवाएं
- 01 सौ 44 प्राइवेट बैंक बंद हो चुके हैं राष्ट्रीकरण के बाद से अबतक
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के साथ ही छपरा, गोपालगंज से आए सौ से अधिक बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों को संबोधित करते हुए एआईबीओसी के राष्ट्रीय सलाहकार सुनील कुमार ने कहा कि बैंकों को मजबूत कर निजीकरण का विरोध करना चाहिए। हार मान लेना कायरता है। इसमें हम हारने वाले नहीं हैं। उन्होंने जाति-धर्म से ऊपर उठकर संगठित होने की अपील की। शहर के सफायर इन होटल में रविवार को बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव सुनील कुमार के एआईबीओसी के राष्ट्रीय सलाहकार निर्वाचित होने के उपलक्ष्य में अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया था। सुनील कुमार ने कहा कि यूपी सरकार किसान की मौत पर 45 लाख का मुआवजा दे रही है, जबकि एक बहस पर 75 लाख रुपए सॉलिसटर जनरल पर खर्च कर रही है। उन्होंने नई युवा पीढ़ी के लिए युवा हल्ला बोल का समर्थन किया। उन्होंने सरकार की हर जनविरोधी नीति का विरोध करने की बात कही। कहा कि बैंक में निजीकरण के बाद महाजनी व्यवस्था लागू हो जाएगी। इसके बाद बैंकिंग सेवाएं आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएगी।
निजी क्षेत्र के बैंक दूर-दराज के गांवों में जाकर बैंकिंग सेवाएं नहीं दे सकते हैं। वे वैसा काम करेंगे, जिससे उन्हें लाभ हो। वे ना तो पेंशन देंगे और ना ही वृद्धवस्था पेंशन बांटेंगे। बैंक सब्सिडी, पोशाक राशि व छात्रवृत्ति तो दूर की बात है। कहा कि बैंक राष्ट्र की धरोहर है। कहा कि बैंक का निजीकरण हो तो सरकार का क्यों नहीं। बैंकों का जब से राष्ट्रीयकरण हुआ तब से अभीतक एक सौ 44 प्राइवेट बैंक बंद हो गए। जबकि एक भी सरकारी बैंक बंद नहीं हुआ है। कहा कि आज भी देश के ग्रामीण जनता का भरोसा सरकारी बैंक, पोस्ट ऑफिस व एलआईसी पर है। अध्यक्षता डॉ. अच्युतानंद ने की। स्वागत व संचालन का. अभिजीत कुमार ने किया। मौके पर जलत सुब्रत, गणेश कुमार पांडेय, जनार्दन यादव, मनोज, अभिषेक, उमेश कुमार व रवि प्रकाश उपाध्याय थे।
सीवान में खुलेगा बैंक ऑफ इंडिया का आंचलिक कार्यालय
एआईबीओसी के राष्ट्रीय सलाहकार सुनील कुमार ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया का आंचलिक कार्यालय सीवान में खुलेगा। इसका लाभ जिले के आसपास के लोगों को मिलेगा। उन्हें जल्द और अच्छी ग्राहक सेवाएं मिलेंगी। कहा कि सीवान के साथ सारण व चम्पारण के लिए यह बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। साथ ही सौ से अधिक ऑफिसर्स को रोजगार के अवसर मिलेंगे।