मैरवा के पूर्व चेयरमैन के बेटे की यूपी पुलिस की पिटाई से मौत

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मृत व्यवसायी की फाइल फोटो

पिटाई के बाद जेल में हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल में हुआ था भर्ती

परवेज अख्तर/सिवान :- मैरवा के पूर्व चेयरमैन के पुत्र दुर्गाशरण जायसवाल की मौत रविवार की रात गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हो गई. मृतक के भाई ने यूपी पुलिस पर पिटाई से मौत का आरोप लगाया है. तीन दिन पूर्व उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि जेल में अचानक तबीयत खराब होने के बाद सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान रविवार की रात उनकी मौत हो गई. इधर मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.

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रात में ही परिजन गोरखपुर के लिए रवाना हो गए. मृतक के बड़े भाई नगर पंचायत मैरवा के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज कुमार जायसवाल ने आरोप लगाया है कि उनके भाई की मौत यूपी पुलिस की पिटाई से ही हुई है. उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमार्टम हो रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि तीन दिन पूर्व यूपी पुलिस की टीम ने मैरवा नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष विमला देवी के छोटे पुत्र दुर्गा शरण जायसवाल को धोखाधड़ी के मामले में गोरखपुर चिड़िया घर इलाके से गिरफ्तार किया था.

बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के तारामंडल इलाके में स्थित हार्डवेयर की दुकान से 14 जून को 4.60 लाख का बिल्डिग मैटेरियल खरीद कर दुर्गा शरण जायसवाल ने दुकानदार को चेक दिया. चेक बाउंस कर गया. दो दिनों बाद दुकानदार ने बैंक से संपर्क किया तो बताया गया कि खाते में इतनी रकम नहीं है. दुकानदार ने रामगढ़ ताल थाने में जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज करा दी. इसके बाद पुलिस ने चिड़ियाघर के निकट से दुर्गा शरण को 26 जून को गिरफ्तार कर लिया. इस क्रम में छापेमारी कर उनके निवास देवरिया कोतवाली इलाके के भुजौली कॉलोनी से टीवी, मोबाइल, सोने के आभूषण और बिल्डिग मटेरियल समेत लाखों के सामान जब्त किए थे.

पूछताछ के बाद दुर्गा शरण को पुलिस ने जेल भेज दिया. मृतक के भाई मनोज जायसवाल ने इस संदर्भ में यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने 24 जून को ही उसे गिरफ्तार किया था और तीन दिनों तक पूछताछ करती रही. इस दौरान दुर्गा शरण की पुलिस ने अत्यधिक पिटाई की थी. उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी पुलिस पदाधिकारियों को दंडित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कानूनी करवाई की जाएगी.