जाको राखे साइयां मार सके न कोय​

जाको राखे साइयां मार सके न कोय​

परवेज अख्तर/सिवान : जाको राखे साईयां मार सके न कोय। यह पंक्ति उस समय चरितार्थ हुई जब एक अबोध बालक…

July 3, 2018