परवेज अख्तर/सिवान: जिले के हुसैनगंज प्रखंड के फरीदपुर के स्वतंत्रता सेनानी मौलाना मज़रूलहक के दुसरे व छोटे प्रपौत्र वारिस फारूकी का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को पटना में निधन हो गया. उनके शव को पटना से लाकर फरीदपुर गांव स्थित आशियाना परिसर में शाम में नमाज-ए-जनाजा के बाद सुपुर्द ए खाक कर दिया गया. बनारस से आए मौलाना शाह रूस्तम अली ने मौलाना मजहरूल हक के पोते व स्व० हुसैन मजहर के बेटे वारिस फारूकी (65 वर्ष) के जनाजे की नमाज पढ़ाया. इस दौरान हजारों की भीड़ जनाजे में शामिल हुई.
परिवार को सांत्वना देने वालों में बिहार विधान सभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, कांग्रेस नेता शौकत अली खान, ईं ऐनूल हक़, नूर आलम, दूलारे बाबू, शादाब हुसैन फारूकी,नाजीर हसमत अली,माले नेता अमर यादव सहित विभिन्न दलों के नेता व जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे. मौलाना मज़हरुलहक के प्रपौत्र में भी दादा जैसा सवगुण की ख्याति इस प्रकार फैली थी कि वह दादा कि तरह हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक बन गए थे और दूर दूर से दोनों वर्गों के लोग उनके पास मदद के लिए पहुंचते थे.