दरौंदा: रक्तदान करने से हार्ट अटैक के खतरे से होता है बचाव

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परवेज अख्तर/सिवान: दरौंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार ने सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में रक्तदान किया है. उन्होंने कहा कि क्तदान करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. रक्तदान करने के बाद शरीर में नये रक्त का निर्माण होता है. इससे शरीर की कोशिकाओं को मजबूती मिलती है. रक्तदान करने वाले लोगों का ध्यान रखना होगा कि वे स्वस्थ्य रहें. एक स्वस्थ्य व्यक्ति 18 साल की उम्र के बाद से रक्तदान कर सकता है. उसका वजन 45 से 50 किलोग्राम से ज्यादा वज़न होना चाहिए. इसके अलावा रक्तदान करने वाले को एचआईवी, हेपाटिटिस बी या हेपाटिटिस सी जैसे रोग न हुए हों. रक्तदान करने वाले को चाहिए कि वह शरीर में आयरन की मात्रा को बढ़ाये. नियमित रूप से रक्तदान करने वालों को मछली, पालक व किशमिश जैसी आयरन से भरपूर पोषक तत्व लेने चाहिए. डॉ. कुमार ने कहा कि रक्तदान महादान की श्रेणी में आता है. रक्तदान करने से जरूरतमंद की मदद तो होती है.

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बताया कि बहुत से लोग रक्तदान करने से डरते हैं. उन्हें लगता है कि रक्तदान करने से वे कमजोर हो जाएंगे. इसके विपरीत, रक्तदान दाता के लिए काफी फायदेमंद होता है. यह न केवल दूसरों की जान बचाता है, बल्कि डोनर के स्वास्थ्य में भी सुधार करता है. हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है जब आप रक्तदान करते हैं तो आपके समग्र हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है. खासकर पुरुषों को ज्यादा फायदा होता है क्योंकि रक्तदान करने से खून में आयरन की मात्रा कम करने में मदद मिलती है.आयरन के बढ़े हुए स्तर से कई हृदय रोग हो सकते हैं, लेकिन रक्तदान करने से दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना को क्रमशः 88% और 33% तक कम किया जा सकता है. फिटनेस में सुधार करता है: अनुशंसित अंतराल पर रक्तदान करने से आपकी फिटनेस में सुधार होता है क्योंकि रक्त का प्रत्येक पिंट (450 मिली) दाता के शरीर में 650 कैलोरी जलाता है. हालांकि, वजन कम करने के तरीके के रूप में रक्तदान करने की सलाह स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा नहीं दी जाती है. लगातार रक्तदान करने से कैंसर का खतरा कम होता है रक्तदान आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करता है क्योंकि रक्तदान करने के बाद आपकी तिल्ली पुनर्जीवित हो जाती है.