✍️परवेज अख्तर/सिवान: जिले के हुसैनगंज प्रखंड क्षेत्र के खरसंडा नहर स्थित पुल काफी जर्जर हो चुका है। इस रास्ते से लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करते हैं। इस रास्ते से लोग हरिहांस, धूमनगर, सरेया समेत अन्य गांवों में आते-जाते हैं। इस पुल का निर्माण करीब 40 वर्ष पूर्व गंडक विभाग द्वारा कराया गया था। मरम्मत व देखरेख के अभाव में इस पुल के छड़ों में जंग लगने से इसके आधा हिस्सा टूट चुका है। इस कारण चार पहिया वाहनों का आवागमन रुक गया है, लेकिन साइकिल व बाइक चालक अपनी जान जोखिम में डालकर इस पुल से यात्रा करने पर विवश हैं।
ग्रामीण सूरज कुमार ने बताया कि अभी तक ढहे हुए पुल के बगल से लोग नहर पार कर आवागमन कर रहे हैं, लेकिन बरसात शुरू होते ही नहर में पानी भर जाता है जिससे हरिहांस, खरसंडा और धूमनगर के लोगों को चार पहिया वाहन से एक किलोमीटर की जगह चार किलोमीटर दूरी तय कर सिवान जाने के लिए सरेया चट्टी पर पहुंचते हैं। प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि रिजवान अहमद ने बताया कि एनओसी के लिए गंडक विभाग से अनुमति मांगी गई है, लेकिन विभाग ने अभी तक एनओसी नहीं दिया है।