नि:स्वार्थ सेवा भाव से हीं होती है उच्च संस्कारों की पहचान

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Siwan Online News

परवेज अख्तर/सीवान:- जिले के जीरादेई प्रखंड के भैंसाखाल गांव स्थित श्रीरामजानकी मंदिर के प्रांगण में चल रहे श्रीशतचंडी महायज्ञ के मौके पर रविवार को कृष्णमोहन उषा फाउंडेशन की ओर से नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में चिकित्सक डॉ. आशुतोष दिनेंद्र द्वारा करीब 400 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा दवा तथा आवश्यक परामर्श दिए गए। शिविर में ब्लड शुगर, ईसीजी, हिमोग्लोबिन की भी जांच की गई। यज्ञ समिति प्रबंधक हरि नारायण चौबे एवं विनय सिंह ने बताया कि नि:स्वार्थ सेवा भाव उच्च संस्कारों की पहचान है। जीवन मूल्यों में संस्कारों का बड़ा महत्व है। ऐसा ही एक संस्कार है सेवा का भाव। नि:स्वार्थ भाव से यथासंभव जरूरतमंद की मदद करना, सेवा करना संस्कारों की पहचान कराता है। तन, मन और वचन से दूसरे की सेवा में तत्पर रहना स्वयं इतना बड़ा साधन है कि उसके रहते किसी अन्य साधन की आवश्यकता ही नहीं रहती, क्योंकि जो व्यक्ति सेवा में सच्चे मन से लग जाएगा उसको वह सब कुछ स्वत: ही प्राप्त होगा जिसकी वह आकांक्षा रखता है। शिविर में श्याम सुंदर दास महाराज, आचार्य लक्ष्मी निधि मिश्रा, विनय सिंह, प्रकाश सिंह, सुभाष शर्मा, अमरेंद्र सिंह, धनंजय सिंह तोमर, नंद यादव, राजू यादव, बिट्टू यादव, गुड्डू यादव, निजामुद्दीन, विकास चौबे, मनोज मिश्रा समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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