सिवान: सावन के सातवें सोमवारी पर जलाभिषेक को ले उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

0

बोलबम का नारों से गूंजा शिवालय

✍️परवेज़ अख्तर/सिवान: जिले में सावन की धूम है। ऐसे में जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित तमाम मंदिरों व शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। सावन महीने के सातवें सोमवारी पर जलाभिषेक को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। सिसवन के मेहंदार स्थित महेंद्रानाथ धाम, सोहागरा स्थित बाबा हंसनाथ धाम सहित सभी शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी थीं। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की। सावन की सोमवारी के साथ-साथ नागपंचमी को लेकर मंदिर समितियों द्वारा विशेष सजावट की गई थी। भीड़ को देखते हुए अलसुबह से ही पंचामृत स्नान के साथ ही शिवालयों के पट आम भक्तों के लिए खोल दिए गए थे। वहीं भक्तों को कोई समस्या ना हो इसको लेकर जिला प्रशासन ने भी विधि व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त तैयारी की थी।

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

WhatsApp Image 2023 08 21 at 8.06.51 PM 1

इसके बाद भक्तों ने गंगाजल, दुग्ध, पंचामृत, नैवेद्य, बेलपत्र, पुष्प, मिष्ठान्न, भांग, धतूर, चंदन, दही, घृत, ईत्र अर्पण कर भोग लगाया गया। मंदिरों में शिव स्तुति, शिव तांडव, शिव चालीसा, शिव महिम्न स्त्रोत, रामायण, रामचरित मानस का पाठ निरंतर होता रहा। इस दौरान शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के सभी शिवालय परिसर में बोलबम का नारा है बाबा एक सहारा है गूंजता रहा। वहीं कतारबद्ध शिवभक्त हर-हर बम-बम और बोल बम का जयघोष कर रहे थे। शहर के महादेवा पंचमुखी शिव मंदिर, डाक बंगला रोड, फतेहपुर, भावनाथ मंदिर, श्रीनगर, मखदुम सराय, स्टेशन रोड समेत अन्य मंदिरों व शिवालयों में जयकारों के साथ भक्तों ने देवाधिदेव महादेव का पूजन अर्चन और जलाभिषेक किया। श्रद्धालुओं ने घरों में भी रुद्राभिषेक कर प्रसाद का वितरण किया। मंदिरों के बाहर कई जगह मेला भी लगा था। मेला परिसर में पूजा सामग्री समेत अन्य दुकानें भी सजी हुईं थी, जहां श्रद्धालुओं द्वारा खूब खरीदारी की गई। संध्याकाल मंदिरों में शृंगार आरती किया गया इसमें काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे।

इसके अलावा सिसवन प्रखंड के मेहंदार स्थित बाबा महेंद्रानाथ मंदिर व गुठनी के सोहगरा स्थित बाबा हंसनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए सोमवार की अलसुबह से ही शिव भक्तों की भीड़ देखने को मिली। श्रद्धालु सरयू नदी से जल भरकर हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ मंदिर में बने अरघा में भगवान आशुतोष को जलाभिषेक कर सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालु जय शिव के उद्घोष के साथ अरघा में जलाभिषेक कर रहे थे। महेंद्रानाथ मंदिर के प्रधान पुजारी ने बताया कि सातवीं सोमवारी को करीब तीन लाख से अधिक व सोहगरा धाम में करीब एक लाख से अधिक शिव भक्त जलाभिषेक को पहुंचे थे। वहीं मंदिर परिसर स्थित कमलदाह सरोवर में श्रद्धालु जल भरकर भक्तों ने भगवान शिव की पूजा अर्चना की। सुरक्षा के दृष्टिकोण से जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी। मेले की निगरानी सीसी कैमरे से की जा रही थी।

इसके अलावा कचनार स्थित बौद्ध नाथ मंदिर, सिसवन स्थित महादेव मंदिर, चैनपुर स्थित कशेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। जबकि दरौली प्रखंड चकरी सिद्ध गुफा योगाश्रम में विशाल शिवलिंग पर करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। वहीं जीबी नगर थाना क्षेत्र के पिपरा नारायण गांव में सातवी सोमवारी और नागपंचमी के अवसर पर लालेश्वर नाथ महाराज शिवालय में जलाभिषेक को लेेकर मंदिर परिसर से कलश यात्रा निकाली गई। जो विभिन्न मार्गो से होते हुए मठनपुरा गांव स्थित सोना सागर नदी तट पर पहुंचा। इस दौरान आचार्य पंडित शंकर चौबे के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ जलभरी कर मंदिर परिसर पहुंचकर भगवान शिव पर जलाभिषेक किया गया। वहीं जीरादेई प्रखंड के अकोल्ही स्थित अनंतनाथ धाम में सावन की सोमवारी पर करीब 25 हजार श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। इस मंदिर में कई श्रद्धालु दरौली सरयू नदी से जल भरकर पहुंचे हुए थे।

इसके अलावा ठेपहा गौरीशंकर बाबा, मुईया बेलवा पोखरा, संथू, बंथू शिव मंदिर आदि स्थलों पर भी शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। इसके अलावा महाराजगंज के सिहौता स्थित रामेश्वर धाम मंदिर, नागा मठ, जीबी नगर के हयातपुर जंगली बाबा, दारौंदा के रुकुंदीपुर, भीखाबांध मठ, मैरवा हरिराम ब्रह्म स्थान, कविता, भगवानपुर प्रखंड मुख्यालय समेत, खैरवा, ब्रह्मस्थान, सोंधानी, रामपुर, बसंतपुर लालबाबा, सूर्यपुरा, शहरकोला, लकड़ी नबीगंज, मदारपुर, पड़ौली, बड़हरिया, नौतन, पचरुखी, हसनपुरा, रघुनाथपुर जटहवा बाबा, हुसैनगंज, गोरेयाकोठी प्रखंड के विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की।