सिवान में दोपहर में धूप निकलने के बाद भी नहीं मिली राहत

0

परवेज़ अख्तर/सीवान: जिले में अचानक बढ़ी ठिठुरन से रविवार को पूरे दिन आम लोग काफी परेशान रहे. सुबह के समय देर तक कोहरा छाया रहा. वहीं दोपहर के समय कुछ देर के लिए धूप सख्त होने के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल सकी.घना कोहरा काफी देर तक छाया रहा, इसकी वजह से जहां ठंड अधिक रही,वहीं यातायात काफी प्रभावित हुआ.वाहन चलाना मुश्किल बना रहा.सड़कों पर वाहनों की संख्या भी बहुत कम ही थी.जो वाहन चल रहे थे, वे मंद रफ्तार में आगे बढ़ते नजर आए.रोशनी होने के बावजूद कोहरे के चलते उन्हें हेडलाइट जलानी पड़ी.सुबह 8 बजे के बाद ही कोहरा कम होना शुरू हुआ.सूर्यदेव 1 बजे आ गए इसके बावजूद सूर्य से धूप और गरमाहट काफी देर तक नहीं मिली.दिन के बीच-बीच में सूर्य का तेज कम होते ही ठंड हावी हो जाती. एक ओर जहां तापमान कम रहा, वहीं सर्द हवाएं भी मुश्किल बढ़ाती रहीं.सुबह-शाम के अलावा दिन भर गलन भरा अहसास बना रहा.शाम ढलने के बाद तापमान गिरने लगा और कोहरा भी असर दिखाने लगा.कुछ स्थानों पर निजी स्तर पर लोग अलाव जलाकर आग से राहत पाने की कोशिश में बैठे नजर आ रहे थे.रविवार को न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

बच्चे व बुजुर्ग रहे परेशान :

ठंड बढ़ने से बुजुर्गों के साथ खासतौर से छोटे बच्चे इससे प्रभावित हो रहे हैं.बीते पांच दिनों से सर्दी के तेवर तीखे बने हुए हैं.एकदम से बदले मौसम के बाद ठंड बच्चों और बुजुर्गो पर अधिक असर डाल रही है. बुजुर्ग जहां हड्डी और श्वांस रोगों के शिकार हो रहे हैं.वहीं बच्चों में विटर डायरिया की शिकायतें सामने आ रही हैं. सदर अस्पताल में प्रतिदिन तीन-चार बच्चे इस तरह के लक्षणों वाले आ रहे हैं.हालांकि, अभी कोई ऐसा गंभीर मामला नहीं मिला है जिसमें कि रोगी को भर्ती किया जाए. सर्दियों में इसका वायरस अधिक सक्रिय होता है. इसके कारण बच्चे को उल्टी, दस्त, दवाइयों का असर न होना, शरीर में पानी की कमी, कमजोरी, भूख न लगना आदि परेशानी हो जाती है.

नहीं हुई अलाव की व्यवस्था

जिले में लगातार कोहरे व शीतलहरी के कारण बढ़ी ठंड में भी अबतक शहरी सहित सभी प्रखंडों में अब तक प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं कराई गई है जिससे गरीब व असहायों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.