10 की संख्या में थे हथियारबंद डकैत
कहीं चोरी तो कहीं डकैती की घटना को दिया अंजाम
सूचना के बाद नहीं पहुंची पुलिस
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के जी. बी. नगर थाना क्षेत्र के हरिहरपुर लालगढ़ पंचायत के गुरुवार की रात्रि हथियारों से लैस डकैतों ने एक घर में मासूम बच्चे को बंधक बना कर डकैती की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद कुछ ही दूरी पर स्थित एक मकान में चोरी की घटना को भी अंजाम दिया गया। डकैती की घटना को अंजाम देने आए डकैतों के पास हथियार भी थे। इस मामले में पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर जबरन मामले को डकैती के बदले चोरी में बदलवाने का आरोप लगाया। पीड़ित परिजनों का आरोप था कि घटना की सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस पदाधिकारी नहीं पहुंचे और जांच भी नहीं हुई। जानकारी के अनुसार हरिहरपुर लालगढ़ पंचायत के यादव मोड़ फुलवारी टोला निवासी नगीना चौरसिया के घर को अपना निशाना बनाते हुए छत के रास्ते घर में प्रवेश कर गए। डकैतों ने सभी कमरों की बारी-बारी से तलाशी ली। इसी बीच घर में अपने बच्चों के साथ सोई नंद कुमार चौरसिया की पत्नी अंजली देवी को डकैतों ने हथियार के बल पर बंधक बना लिया तथा उसके दो मासूम बच्चों में क्रमश: आर्या कुमारी (एक वर्ष) तथा निधि कुमारी को हथियार के बल बंधक बना कर शोर नहीं मचाने की बात कह घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद अपराधियों ने दोनों मासूम बच्चे को मुक्त कर दिया। इसके बाद मुख्य दरवाजा खोल बरामदे में सोए नगीना चौरसिया को भी हथियार के बल पर बंधक बना लिया। घटना के समय बरामदे में सोए नगीना चौरसिया एवं घर में सोई उनकी पतोहू अंजली देवी एवं दो छोटे-छोटे मासूम बच्चे थे।
घटना को अंजाम देने के बाद डकैत धमकी देते हुए घर के पीछे खेत के तरफ से भागने में सफल रहे। परिजनों का कहना है कि डकैतों की संख्या करीब दस थी। बता दें कि अंजली देवी के पति नंदकुमार चौरसिया विदेश में रहते हैं। घटना के 20 मिनट बाद नगीना चौरसिया ने इसकी जानकारी आसपास के ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण पीड़ित के दरवाजे पर पहुंच गए। घर में बिखरे सामान को देख ग्रामीण सकते में आ गए। ग्रामीणों ने टॉर्च के सहारे आसपास के खेतों में डकैतों की तलाश की, लेकिन उनका कहीं सुराग नहीं मिला। इस घटना को लेकर ग्रामीणों द्वारा स्थानीय पुलिस को सूचना देकर अवगत कराया,लेकिन सूचना के बाद शुक्रवार की अल सुबह पुलिस पहुंची। पुलिस के देर से पहुंचने पर ग्रामीणों में पुलिस के प्रति आक्रोश देखा गया। इस घटना को लेकर पीड़ित नगीना चौरसिया जब शुक्रवार की अल सुबह स्थानीय थाना गए तो पुलिस ने डकैती का अल्पीकरण करते हुए चोरी की घटना का आवेदन लिया। जबकि नगीना चौरसिया ने बताया कि पुलिस द्वारा दबाव देकर चोरी का उल्लेख करते हुए आवेदन में लिखवा लिया गया, जबकि घटना हथियार के बल पर बंधक बनाकर लूट का है।
परिजनों पर दबाव बना डकैती की घटना को पुलिस ने चोरी में बदलवाया
वहीं दूसरी तरफ इसी पंचायत के यादव मोड़ के बलुआ टोला गांव में एक सरकारी शिक्षक शंभूनाथ यादव के घर चोरों ने खिड़की के रास्ते घर में प्रवेश कर करीब एक लाख रुपये के सोने एवं चांदी के आभूषण की चोरी की घटना को अंजाम दिया। सुबह जब घर के सदस्य उठे तो घर का सामान बिखरा देख भौचक रह गए तथा घर की तलाशी शुरू कर दी। तलाशी के दौरान घर कई सामान गायब पाया गया। बाद में शुक्रवार की अल सुबह घर की पेटी एवं कपड़ा पास के खेत में फेंका हुआ पाया गया, लेकिन बक्सा का ताला टूटा हुआ था। परिजनों के अनुसार चोरों ने करीब एक लाख रुपये के सोने एवं चांदी के आभूषण पर हाथ साफ किया है। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।