गोपालगंज: पंचदेवरी व कटेया में धड़ल्ले से संचालित हो रही अवैध आरा मशीनें

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  • 38 अवैध आरा मशीनें मुख्यमंत्री के ग्रीन प्रोजेक्ट पर कुठाराघात
  • विभाग की कार्मियों की मिली भगत से लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद
  • कटेया थाना क्षेत्र में मात्र चार आरा मशिनों को विभाग ने दिया है लाइसेंस

गोपालगंज: जिले के पंचदेवरी व कटेया थाना क्षेत्र में अवैध आरा मशीनों की बाढ़ सी आ गई है। अवैध आरा मशीनों पर लकड़ी का अंबार देखा जा सकता है। विभागीय अधिकारियों की कृपा से बेरोक-टोक चल रही आरा मशीनों के कारण मुख्यमंत्री के ग्रीन प्रोजेक्ट पर कुठाराघात हो रहा है। कटेया थाना क्षेत्र के भाटपोईयां, महंथवां, बनकटा, जमुनहां, नटवां, इन्दरपटटी, भगवती नगर बाजार, पंचदेवरी, बहेरवां, बइसियां, मंझरियां, सिकटियां, तिवारी छापरा, रूद्रपुर, कटेया, सोहनरिया आदि गांवों व बाजारों में अवैध आरा मशीनों का संचालन सबसे अधिक देखा जा रहा है। क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही आरा मशीनों की संख्या बढ़ कर 38 से अधिक हो गई है, जबकि मात्र चार आरा मशीनों को सरकार ने लाइसेंस दिया है। इनके माध्यम से प्रतिदिन भारी संख्या में अवैध लकड़ी की चिराई हो रही है।

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इससे लकड़ी माफिया तथा आरा मशीन के संचालक माला माल हो रहे हैं । वन विभाग के अधिकारी इन अवैध आरा मशीनों पर अंकुश लगा पाने में विफल साबित हो रहे है । वन विभाग के कर्मियों की मिली भगत से लकड़ी माफिया सड़क के किनारे लगे पेड़ों को ही आसानी से काटते देखे जा सकते है। विरोध करने पर नीलामी व अनुमति की बात बताकर लोगों को शांत कर दिया जाता है। विभागिय प्रदत्त आरा मशीन संचालक अशोक गुप्ता, सचिन गुप्ता ने बताया कि अवैध तरीके से लकड़ी की चिराई का काम महकमे की शह पर हो रहा है। चारो तरफ अवैध आरा मशिनों के लग जाने से सरकारी दुकान का धंध मंदा हो गया है। हर वर्ष टेक्स देना पड़ता है। कमाई के नाम पर अवैध आरा मशिनों के संचालक आम लोगों को लूट रहे है।