हजरत मौलाना शबिहुल कादरी हुए सिवान में सुपुर्द ए खाक, कब्र के लिए रिटायर्ड एएसपी श्री जगदीश चौधरी ने दी जमीन

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  • अंतिम दर्शन में देखी गई, गंगा जमुनी तहजीब
  • “मरने वाले मरते हैं, लेकिन फना होते नहीं, वो हकीकत में कभी हमसे जुदा होते नहीं”

✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
अहले सुन्नत वल जमात के पैरोकार मेमारे मिल्लत सिवान शहर के एमएम कालोनी निवासी हजरत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती शबिहुल क़ादरी साहब को गमी माहौल के बीच मंगलवार की दोपहर देशरत्न डॉक्टर राजेंद्र बाबू के जिले की मिट्टी में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। उनके जनाजे की नमाज में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। उनकी जनाजे की नमाज मंगलवार को दो बजे दिन में सराय ओपी थाने के हरदिया रोड स्थित दरबार के बागीचा में अदा की गई। जनाजे की नमाज एदारा शरिया पटना से आये सैयद सदफ सईद ने पढ़ाई। जनाजे की नमाज अदा करने के बाद उनके पार्थिव शरीर को सुपुर्द ए खाक मखदूम सराय स्थित ग़ौसुलवारा अरबी कॉलेज के पूरब तरफ किया गया। कब्र के लिए जमीन रिटायर्ड एएसपी श्री जगदीश चौधरी ने दी है। जिस जमीन में उन्हें दफन किया गया।

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रिटायर्ड एएसपी के भाई श्री लालबाबू चौधरी ने बताया कि करीब बीस साल पहले मरहूम मौलाना शबीहुल कादरी साहब से उनके मजार के लिए जमीन देने का वादा था। जिस वादे को पूरा करते हुए मजार शरीफ के लिए जमीन वक्फ कर दी गई। मौलाना शबीहुल कादरी साहब का पटना में रविवार को इंतकाल हो गया था।वह मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी पोखरैरा के निवासी थे।सिवान के अलावा अन्य राज्यो से भी मौलाना के चाहने वाले उनके जनाजे की नमाज और उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए पहुँचे हुए थे। लोगों की उमड़ी जनसैलाब से कुछ देर के लिए सिवान शहर ठहर गया था।यहां बताते चलें उनके जनाजे की नमाज में झारखंड के देवघर, दुमका,सीतामढ़ी, दरभंगा, तथा उत्तर प्रदेश के देवरिया सलेमपुर गोरखपुर कुशीनगर, लार, आजमगढ़, मऊ, समेत कई हिस्सों से उनके चाहने वालों ने उनकी जनाजे की नमाज में शिरकत की।

इस मौके पर प्रमुख रूप से जेडीयू के पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम रसूल बलियावी, राजद के सदर विधायक श्री अवध बिहारी चौधरी, जदयू नेता मंसूर आलम, अब्दुल करीम रिजवी, मुज़फ्फर इमाम, मौलाना इमरान, हाफिज हसीब अशरफी,हाफिज हारून वारसी, मौलाना हामिद रजा समशी, मुफ्ती फैयाज अहमद, मुफ्ती इश्तियाक रजा, हाफिज मुजीबूर रहमान, मौलाना एहसान अहमद, मौलाना मंजूर आलम, समेत सिवान जिले के कई बड़े बड़े नातखान, शायर, आलिम, हाफिज, मुफ्ती तथा मौलाना ने हिस्सा लिया, इनके अंतिम दर्शन सिवान जिले के कई नामी-गिरामी हिंदू समुदाय के लोग भी देखे गए,जिससे गंगा जमुनी तहजीब झलकते हुए नजर आई।