✍️परवेज अख्तर/सिवान: दारौंदा शुक्रवार की सुबह अचानक मौसम में बदलाव आया। कभी हल्के बारिश तो दोपहर के बाद तेज धूप होने से किसान चिंतित नजर आए। किसानों को यह चिंता सताने लगा कि अगर बेमौसम वर्षा हुई तो खेतों में तैयार उनकी गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी। इसलिए किसान आसमान में उमड़ते बादल से चिंतित नजर आ रहे थे। ऐसे मौसम के तापमान में गिरावट हुई। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
इस संबंध में कृषि समन्वयक रवि राय ने बताया कि वर्षा ज्यादा होने पर खेत में लगी फसल नुकसान हो सकता है। फसल को किसानों द्वारा बचाव करने के लिए तरीके अपनाना चाहिए। किसानों का कहना है कि सरसों की फसल भी पककर तैयार है और वर्षा के कारण उसके दाने गिरने लगे थे। इससे भी काफी नुकसान हो सकता है। वर्षा के कारण आम के मंजर में फफूंदी लगने का डर रहता है। वर्षा होने से सब्जी की खेती पर भी असर पड़ सकता है।