- सरकार ने जारी किया है सेल्फ केयर गाइड
- तनाव से निपटने को दिए गए हैं टिप्स
छपरा :- कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग हर स्तर से प्रयास कर रहा है। संक्रमण के बढ़ते रफ़्तार को देखते हुए प्रशासन द्वारा एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है। ऐसे में महामारी के बीच डॉक्टर एवं चिकित्साकर्मी लगातार अपने परिवार से दूर रहकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कोरोना से ग्रसित मरीजों को अपनी सेवा दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनका तनावग्रस्त होना स्वाभाविक है जो कि उनके अपने स्वास्थ्य की दृष्टि से अनुकूल नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों के लिए तनाव प्रबंधन को लेकर कुछ जरुरी टिप्स जारी किये गए हैं जिससे उन्हें काम के साथ तनाव प्रबंधन में सहायता मिले।
लगातार तनाव के हो सकते हैं घातक परिणाम
कोरोना महामारी से निपटने के लिए चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लम्बे समय तक घर एवं परिवारजनों से दूर रहने से उन्हें मानसिक तनाव और थकावट का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है और सेवा देने वाले स्वास्थ्यकर्मी खुद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के चपेट में आ सकते हैं। लगातार काम करने और अपने प्रियजनों से दूरी मानसिक अवसाद का रूप ले सकती है। ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति डिप्रेशन, उच्च रक्तचाप(हाईपरटेंशन) जैसे जटिल स्वास्थ्य समस्याओं से घिर सकता है। यदि समय पर तनाव का प्रबंधन नहीं किया जाए तो ह्रदयघात एवं लकवा जैसी घातक रोगों से जूझना पड़ सकता है।
तनाव प्रबंधन अतिआवश्यक
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि तनाव प्रबंधन अभी की स्थिति में अतिअवाश्यक है क्यूंकि सभी स्वास्थ्यकर्मी लगातार कोरोना के संक्रमण के खतरे के बीच मरीजों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में कुछ समय स्वयं के लिए निकलकर मानसिक शांति एवं विश्राम के लिए निकालने का प्रयास सभी को करना चाहिए।
इन टिप्स को अपनाकर स्वयं करें तनाव का प्रबंधन
फ्रंटलाईन कोरोना वारियर्स के लिए तनाव प्रबंधन की जरुरत को समझते हुए सरकार द्वारा कुछ टिप्स जारी किया गए हैं जिन्हें अपनाकर तनाव से मुक्ति पाने में सहायता मिल सकती है।
ये टिप्स है:
- नियमित दिनचर्या का पालन करें
- समय समय पर ब्रेक लें और नींद पूरी करने की कोशिश करें
- परिवारजनों, रिश्त्तेदारों और दोस्तों के संपर्क में रहें
- काम के अलावा कुछ शौकिया गतिविधियों से जुड़ें
- नियमित रूप से व्यायाम करें और संतुलित आहार ग्रहण करें
- तनाव मुक्ति के लिए योगाभ्यास करें
- यदि किसी धर्म में आस्था है तो धार्मिक गतिविधियों से जुड़ें
- अपने और अपने परिवार के लिए समय निकालें