एनएमसीएच पहुँच मुख्यमंत्री ने राज्य टीकौषधी भंडार का लिया जायजा

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  • टीके के भंडारण के लिए 5 वाक इन कूलर एवं 3 वाक इन फ्रीजर है उपलब्ध
  • टीकौषधी भंडार में औसतन 5 लाख वायल रहता है उपलब्ध
  • कोविड टीका भंडारण के लिए 1 वाक इन कूलर चिन्हित, 3 लाख वायल होगी क्षमता
  • राज्य के 10 क्षेत्रीय टीकौषधी भंडार को की जाती है आपूर्ति

पटना/छपरा: कोरोना संक्रमण से लोगों को निजात दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना वैक्सीन लॉन्च अंतिम चरण में है। इस दिशा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को एनएमसीएच पहुँच वहाँ स्थित राज्य टीकौषधी भंडार का जायजा लिया। कोविड-19 टीका लॉन्च के मद्देनजर मुख्यमंत्री का यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ माननीय मंत्री, स्वास्थ्य श्री मंगल पाण्डेय, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य, बिहार सरकार प्रत्यय अमृत, BMSICL के प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार झा, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, प्रशासी पदाधिकारी, राज्य स्वास्थ्य समिति, खालिद अरशद एवं राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एनके सिंहा भी शामिल थे. कोविड टीके के भण्डारण एवं इसे राज्य के अन्य क्षेत्रीय भंडार केन्द्रों तक पहुँचाने में एनएमसीएच स्थित राज्य टीकौषधी भंडार की भूमिका अहम होगी. राज्य टीकौषधी भंडार में कोविड-19 के टीके के भण्डारण के लिए एक वाक इन कूलर को चिन्हित किया गया है, जिसकी क्षमता लगभग 3 लाख वायल है. अब तक राज्य के 21 जिलों को कोविड-19 के टीका कार्य के लिए सिरिंज भी उपलब्ध करायी जा चुकी है. बताते चलें नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल(एनएमसीएच), पटना के परिसर में राज्य टीकौषधी भंडार का निर्माण वर्ष 2018 में बिहार चिकित्सा आधारभूत संरचना निगम द्वारा किया गया था। यह भवन चार मंजिल का है.

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टीकाकरण संबंधित उपकरणों का किया जाता है भंडारण

राज्य टीकौषधी भंडार में प्रतिरक्षण से संबंधित 11 प्रकार के टीके, सिरिंज,कोल्ड बॉक्स, वैक्सीन कैरियर एवं शीत श्रृंखला से संबंधित उपकरण के भंडारण की व्यवस्था है। टीकों के भंडारण के लिए यहाँ 5 वाक इन कूलर एवं 3 वाक इन फ्रीजर उपलब्ध हैं, जिससे उचित तापमान पर टीकों का भंडारण किया जाता है। तापमान की निगरानी ईविन के डाटा लॉगर एवं थर्मामीटर द्वारा की जाती है। प्रत्येक वाक इन कूलर एवं वाक इन फ्रीजर के निर्वाध विधुत आपूर्ति के लिए अलग से जेनेरेटर की भी व्यवस्था उपलब्ध है।

भंडारण वाक इन कूलर की 15 लाख एवं वाक इन फ्रीजर की 5 लाख औसतन भंडारण क्षमता

राज्य टीकौषधी भंडार में वाक इन कूलर की औसतन भण्डारण क्षमता 15 लाख वायल एवं वाक इन फ्रीजर की औसत क्षमता 5 लाख वायल है. राज्य टीकौषधी भंडार में औसतन 5 लाख वायल हमेशा उपलब्ध भी रहते हैं. राज्य स्तरीय टीकौषधी भंडार में रेफ्रिजरेटेड वैन/ कोल्ड बॉक्स के द्वारा राज्य राज्य के 10 क्षेत्रीय टीकौषधी भंडार को टीकों की आपूर्ति की जाती है. निर्धारित तापमान की गुणवत्ता की निगरानी के लिए सभी रेफ्रिजरेटेड वैन में फ्रीज टैग/ लॉग टैग रखा जाता है. सभी क्षेत्रीय टीकौषधी भंडार से कोल्ड बॉक्स के अंदर को रखकर इंसुलेटेड वैन के द्वारा सभी जिलों के टीकौषधी भंडार में आपूर्ति की जाती है. इसके बाद अन्य टीकौषधी भंडार (कोल्ड चेन पॉइंट) को टीका उपलब्ध की जाती है. जिलों में टीकों का भण्डारण इसे लाइन रेफ्रीजरेटर( आईएलआर) एवं डीप फ्रीज़र तथा प्रखंड स्तर पर टीकों का भण्डारण आइस लाइन में किया जाता है. वर्तमान में भारत सरकार द्वारा 270 स्माल आइस लाइन रेफ्रीजरेटर एवं 162 लार्ज आइस लाइन रेफ्रीजरेटर की आपूर्ति की गयी है. जिसमें से 423 आइस लाइन रेफ्रीजरेटर जिलों को उपलब्ध करायी जा चुकी है.