सिद्धार्थ हत्याकांड: 25 घंटे बाद भी अंडरवियर का राज नहीं खोल पाई जीरादेई पुलिस !

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  • वो कौन अपराधी थे जिन्होंने सिद्धार्थ की हत्या करने के बाद आखिर क्यों अंडरवियर पर उसके शव को साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से कुएं में फेंक डाला था ?
  • अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देकर कुछ भी बताने से इंकार कर रही है जीरादेई थाने की पुलिस
  • घटना को अंजाम देने वालों ने शव को हरी बांस से खरोच कर पानी के तह तक ले जाने का किया था प्रयास

परवेज अख्तर/सिवान:
जिले के जीरादेई थाने की पुलिस ने सिद्धार्थ हत्याकांड में दर्ज प्राथमिकी में से एक नामजद आरोपित की गिरफ्तारी कर भले ही वरीय पुलिस से अपना पीठ थपथपा रही हो। लेकिन घटना के 25 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस मृतक के अंडरवियर का राज खोलने में पूरी तरह से असक्षम साबित हो रही है ! उधर पुलिस अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देते हुए इस विषय पर कुछ भी बताने से साफ-साफ इंकार कर रही है। यहां बताते चलें कि बुधवार की देर शाम थाना क्षेत्र के रेपुरा गांव निवासी सूर्यभान सिंह के पुत्र सिद्धार्थ कुमार सिंह को गांव के ही कुछ युवकों द्वारा उसके घर से पब्जी खेलने का हवाला देते हुए गांव स्थित तेतरी बगीचे में चलने की बात कहते हुए अपने साथ लेकर चले गए।

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कुछ देर बाद परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। लेकिन सिद्धार्थ का मोबाइल स्विच ऑफ होने के चलते परिजनों की बेचैनी और बढ़ते चली गई। परिजनों ने काफी तलाश किया। परंतु उसका कहीं सुराग नहीं लगा। इसी बीच गुरुवार को शौच के लिए निकले ग्रामीणों ने उसका शव कुएं में देखा तो भवचक रह गए। धीरे-धीरे यह बातें गांव में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके वारदात पर पहुंचे। इसी बीच किसी ग्रामीण ने घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी। जहां सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से कुंए में पड़े सिद्धार्थ का शव निकालवा़ने के बाद पंचनामा के आधार पर शव को पोस्टमार्टम हेतु सिवान सदर अस्पताल भेज दिया था। शव को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि घटना को अंजाम देने वाले लोगों ने उसकी हत्या करने के बाद उसके शव को एक हरे बांस से खरोच खरोच कर पानी के निचले हिस्से में डूबने की कोशिश की है।परंतु सिद्धार्थ का शव मरणासन्न स्थिति में होने के कारण ऊपरी हिस्से में आकर तैर रहा था।और घटना को अंजाम देने वाले जिन जिन लोगों ने बांसी खरोच कर शव को अंदर डुबोने का प्रयास किया है।वह बांस घटनास्थल पर भी मौजूद था।और मृतक के बदन पर उसी बांस के कई खरोच के गंभीर निशान भी थे।

टावर डंप का सहारा लेकर अनुसंधान कर रही है पुलिस

सिद्धार्थ हत्या कांड मामले में पुलिस ने मृतक के पिता सूर्यभान सिंह के लिखित आवेदन पर एक नामजद प्राथमिकी दर्ज की है।दर्ज प्राथमिकी में कुल छह लोगों को आरोपित किया गया है।जिसमें पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर शुक्रवार को मेडिकल कोरम पूरा होने के पश्चात माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया।जहां न्यायाधीश ने उसे जेल भेज दी।उधर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस इस घटना का पटाक्षेप करने के लिए टावर डंप व कई तकनीकी अनुसंधान शुरू कर दी है ताकि इस घटना का रहस्य खुल सके।

आखिर घटना के बाद क्या मंशा थी शव को अंडरवियर पर फेंकने की

आखिर जिन लोगों द्वारा सिद्धार्थ की निर्मम तरीके से हत्या कर उसके शव को कुएं में फेंका गया है।शव को देखने से अपने आप में एक सवाल जन्म दे रहा है कि घटना में शामिल लोगों की क्या मंशा थी कि वे उसका शव साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से अर्धनग्न स्थिति में फेंक डाला है।यहां गौर करने की बात तो यह है कि  मृतक की खूबसूरती व उसका उम्र कुछ और बयां कर रहा है।हालांकि पुलिस ने भी इस घटना को कई एंगिल से जोड़कर अनुसंधान प्रारंभ कर दी है।

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष

सिद्धार्थ हत्या मामले में जीरादेई थानाध्यक्ष शाहनवाज ने कहा कि दर्ज कांड के एक आरोपित को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया जा चुका है।शेष बचे आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन कर छापेमारी की जा रही है।जल्द ही जल्द घटना का पटाक्षेप कर लिया जाएगा।