छपरा: कोविड-19 वैक्सीन के प्रति फैली भ्रांतियों के खिलाफ नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किया जा रहा है जागरूक

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  • शहर के तीन स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से नुक्कड़ नाटक का हुआ मंचन
  • सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से चल रहा है अभियान
  • कालाकारों ने दिया संदेश: सुरक्षित और प्रभावी है कोविड-19 वैक्सीन

छपरा: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गयी है। कोविड टीका को लेकर लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतिया भी उत्पन्न हुई है। इन भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से जिला स्वास्थ्य समिति सारण के द्वारा एक नयी पहल की शुरूआत की गयी है। सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आमजनों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को शहर के तीन स्थानों कुष्ठ बस्ती, राजेंद्र स्टेडियम, समाहरणालय परिसर व छपरा कचहरी स्टेशन पर पटना से कलाकारों के द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गणपत आर्यरन के देखरेख में नुक्कड़ नाटक किया गया। अपनी नाट्य प्रस्तुति के जरिये लोक कलाकारों ने कोरोना से बचने के लिए मास्क, एक दूसरे से दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता का सन्देश दिया, साथ ही यह क्यों जरूरी है, कोरोना के लक्षण दिखने पर जाँच जरूरी तथा भ्रांतियों पर ध्यान न देना आदि के बारे में भी अलग-अलग किरदारों के माध्यम से बखूबी समझाया भी । नाटक के माध्यम से यह भी बताया गया कि कोरोना की वैक्सीन लगने का सिलसिला 16 जनवरी से शुरू हो चुका है लेकिन हमें कोरोना को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरतनी है । इसीलिए बार-बार यह सन्देश हर स्तर पर दिया जा रहा है कि ‘दवाई भी-कड़ाई भी’ यानि अभी हमें खुद के साथ दूसरों की सुरक्षा के लिए मास्क लगाना है और एक दूसरे से दो गज की दूरी का भी पालन करना है ।

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कोरोना की वैक्‍सीन सुरक्षित और प्रभावी:

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को यह जानकारी दी गयी कि कोविड टीका सभी प्रमाणित प्रक्रिया के गुजरने के बाद ही स्वीकृत की गई है। यह पूर्णत: सुरक्षित है। लोगों में इसकी के सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का कोई भ्रम नहीं रहे इस कारण विभाग के आला अधिकारियों ने स्‍वयं ही पहले टीका लगवाया है। कोविड-19 की वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है। टीकाकरण के उपरांत कुछ छोटी मोटी परेशानियाँ हो सकती हैं जो अल्पावधि की होती हैं। स्वयं ही उनका प्रबंधन संभव है। निर्भीक होकर टीकाकरण कराएं और कोविड संक्रमण के खिलाफ अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं।

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पहली खुराक के 28 दिन बाद दूसरी खुराक:

नाटय कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से यह संदेश दिया कि कोविड टीकाकरण की पहली खुराक के 28 दिन बाद दूसरी खुराक दी जाएगी। दूसरे डोज के 14 दिन बाद कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इसलिए टीके के बाद भी सावधानी जरूरी है। कोविशील्ड टीकाकृत लाभार्थी को कोविशील्ड व कोवैक्सीन टीकाकृत लाभार्थी को कोवैक्सीन का ही दूसरा डोज दिया जाना है।

कोविड वैक्सीन पर लोगों को मिली विस्तृत जानकारी:

नुक्कड़ नाटक देख रहे अरविन्द कुमार, रामाशंकर सिंह, अमित कुमार, मीना देवी समेत अन्य कई लोगों ने कहा कि नुक्कड़ नाटक को देखकर लोग जाँच करवाने के लिए प्रेरित होंगे। साथ ही हमें पहले से वैक्सीन आ रही है यह तो पता था लेकिन इतनी विस्तृत में जानकारी अब हो पाई है | इस तरह के नुक्कड़ नाटक और होने चाहिए।

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दोनों डोज लेने के बाद ही सफल होगा टीकाकरण:

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से यह जानकारी दिया गया कि कोविड-19 टिकाकरण 2 डोज में पूरा होगा। व्यक्ति को जिस दिन टिका दिया जाएगा उसके 28 दिन बाद दूसरा डोज भी लेना अनिवार्य है। दूसरा डोज लेने के 14 दिन बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा। इसलिए सभी को दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य है। अगर सभी लोग दोनों डोज का टीका लेंगे तभी यह टीकाकरण अभियान सफल हो पाएगा। सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने कहा कि कोविड 19 को लेकर जन जागरूकता फैलाने में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च का सहयोग काफी सराहनीय रहा है। कोरोना काल में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के द्वारा लगातार मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता फैलाने में जो सहयोग किया गया है वह काफी महत्वपूर्ण है। वर्तमान में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर भी सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के द्वारा लगातार जागरूकता फैलाया जा रहा है। अब नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी आम जनों को जागरूक करने की पहल शुरू की गई है। जिसके माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण को लेकर आम जनों में फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।