कोविड-19 के जांच के लिए सदर अस्पताल को मिला 3 ट्रूनेट मशीन

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  • कोविड-19 की जांच में आएगी तेजी
  • छपरा सदर अस्पताल में स्थापित किया जाएगा ट्रूनेट मशीन

छपरा: जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। संक्रमण के फैलाव को रोकने तथा इससे बचाव को लेकर जिला प्रशासन व विभाग की ओर से हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए सदर अस्पताल को 3 और ट्रूनेट मशीन की आपूर्ति राज्य स्वास्थ्य के द्वारा कर दी गयी है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है। ट्रूनेट मशीन की आपूर्ति बीएमएसआईसीएल के द्वारा की जाएगी। वर्तमान में जिला यक्ष्मा केंद्र के ट्रूनेट मशीन का उपयोग कोविड जांच में किया जा रहा है। कोरोना टेस्टिंग में सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को होती है, लेकिन अब ट्रूनेट मशीन से संदिग्ध मरीजों की जांच हो सकेगी। इस मशीन द्वारा न्यूक्लिक एम्प्लीफाइड टेस्ट किया जाता है। इस मशीन का प्रयोग अभी तक टीबी व एचआइवी संक्रमण का पता लगाने में किया जाता रहा है। कोविड-19 संक्रमण के बाद ट्रूनेट मशीन में कोरोना जांच किट का इस्तेमाल किया गया। इसके माध्यम से कोरोना वायरस का स्क्रीन टेस्ट सफलतापूर्वक की जा रही है।

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कोरोना जांच में आएगी तेजी

सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने बताया कि कोविड जांच में तेजी लाने के लिए ट्रूनेट मशीन की आपूर्ति की गई है। फिलहाल जिले को 3 ट्रूनेट मशीन की आपूर्ति करायी गई है। इससे आमजनों को काफी सहूलियत होगी। समय से कोविड19 जांच होगी और रिपोर्ट भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में पहले से 2 ट्रूनेट मशीन स्थापित है जिससे कोविड जांच की जा रही है।

सीडीओ की निगरानी में होगी कोविड की जांच

पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आवंटित ट्रूनेट को आवयश्कता अनुसार सदर अस्पताल में स्थापित किया जाएगा। ट्रूनेट मशीन से कोविड19 की जांच कार्य अपर उपाधीक्षक सह संचारी रोग पदाधिकारी एवं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के निगरानी में कराना सुनिश्चित किया जाएगा।

ट्रूनेट टेस्ट क्या है

ट्रूनेट मशीन के द्वारा न्यूक्लिक एम्प्लीफाइड टेस्ट किया जाता है। अभी इस मशीन से टीबी व एचआईवी संक्रमण की जांच की जाती है। अब कोरोना का स्क्रीन टेस्ट की जा रही है। नाक या गले से स्वैब लिया जाता है। इसमें वायरस के न्यूक्लियिक मटीरियल को ब्रेक कर डीएनए और आरएनए जांचा जाता है।